मय पिलाकर आपका क्या जाएगा,
जाएगा ईमान जिसका जाएगा,
देखकर मुझको वो शरमा जाएगा,
ये तमाशा किससे देखा जाएगा,
जाऊं बुतखाने से क्यूँ काबे को मैं,
हाथ से ये भी ठिकाना जाएगा,
क़त्ल की जब उसने दी धमकी मुझे,
कह दिया मैंने कि देखा जाएगा,.
पी भी ले दो घूँट ज़ाहिद पी भी ले,
मयकदे से कौन प्यासा जाएगा.
जाएगा ईमान जिसका जाएगा,
देखकर मुझको वो शरमा जाएगा,
ये तमाशा किससे देखा जाएगा,
जाऊं बुतखाने से क्यूँ काबे को मैं,
हाथ से ये भी ठिकाना जाएगा,
क़त्ल की जब उसने दी धमकी मुझे,
कह दिया मैंने कि देखा जाएगा,.
पी भी ले दो घूँट ज़ाहिद पी भी ले,
मयकदे से कौन प्यासा जाएगा.